सोमवार, 16 अक्तूबर 2017

व्योमवार्ता / सन 2017 मे भारतीय स्टेट बैंक की आधुनिक सेवा और कम्प्यूटर पर सन 57 की मिसेज गुप्ता : व्योमेश चित्रवंश की डायरी, 12 अक्टूबर 2017, शुक्रवार

सन 2017 मे भारतीय स्टेट बैंक की आधुनिक सेवा और कम्प्यूटर पर सन 57 की  मिसेज गुप्ता : व्योमेश चित्रवंश की डायरी, 12 अक्टूबर 2017, शुक्रवार

                        जरूरी नहीं की पापों के प्रायश्चित के लिए दान पुण्य ही किया जाए । स्टेट बैंक में खाता खुलवा कर भी प्रायश्चित किया जा सकता है । छोटा मोटा पाप हो तो बैलेंस पता करने चले जाएँ ।
चार काउन्टर पर धक्के खाने के बात पता चलता है कि , बैलेंस गुप्ता मैडम बताएगी । गुप्ता मैडम का काउन्टर कौनसा है ये पता करने के लिए फिर किसी काउन्टर पर जाना पड़ता है ।
          लेवल वन कम्प्लीट हुआ । यानी गुप्ता मैडम का काउन्टर पता चल गया है । लेकिन अभी थोड़ा वैट करना पड़ेगा क्योंकि गुप्ता मैडम अभी सीट पर नहीं है ।
            आधे घंटे बाद चश्मा लगाए पल्लू संभालती हुई युनिनोर की 2g स्पीड से चलती हुई गुप्ता मैडम सीट पर आती है । आप मैडम को खाता नंबर देकर बैलेंस पूछते है ।
              गुप्ता मैडम पहले तो आपको इस तरह घूरती है जैसे आपने उसकी बेटी का हाथ मांग लिया है । आप अपना थोबड़ा ऐसे बना लेते है जैसे सुनामी में आपका सबकुछ उजड़ गया है और आज की तारिख में आपसे बड़ा लाचार दुखी कोई नहीं है ।
गुप्ता मैडम को आपके थोबड़े पर तरस आ जाता है और बैलेंस बताने जैसा भारी काम करने का मन बना लेती है । लेकिन इतना भारी काम अकेली अबला कैसे कर सकती है ? तो मैडम सहायता के लिए आवाज लगाती है -
- मिश्राजी ....ये बैलेंस कैसे पता करते है ?
मिश्राजी अबला की करुण पुकार सुनकर अपने ज्ञान का खजाना खोल देते है ।
- पहले तो खाते के अंदर जाकर क्लोजिंग बैलेंस पर क्लिक करने पर बैलेंस आ जाता था । लेकिन अभी सिस्टम चैंज हो गया है ...अभी आप f5 दबाएँ और इंटर मारदे तो बैलेंस दिखा देगा ।
गुप्ता मैडम चश्मा ठीक करती है , तीन बार मोनिटर की तरफ और तीन बार की - बोर्ड की तरफ नजर मारती है । फिर उंगलियाँ की - बोर्ड पर ऐसे फिरातीं है जैसे कोई तीसरी क्लास का लड़का वर्ल्ड मैप में सबसे छोटा देश मस्कट ढूंढ रहा हो । मैडम फिर मिश्रा जी को मदद के लिए पुकारती है -
- मिश्रा जी , ये f5 किधर है ?
मैडम की उम्र पचास से ऊपर होने के कारण शायद मिश्राजी पास आकर मदद करने की जहमत नहीं उठाते । इसलिए वहीँ बैठे बैठे जोर से बोलते है -
- की बोर्ड में सबसे ऊपर देखिये मैडम ।
- लेकिन सबसे ऊपर तो तीन बतियां जल रही है ।
- हां उन बतियों से नीचे है ...लम्बी लाईन है f1 से लेकर f12 तक ।
फायनली मैडम को f5 मिल जाता है । मैडम झट से बटन दबा देती है । मोनिटर पर आधे घंटे जलघड़ी ( कुछ लोग उसे डमरू समझते है ) बनी रहती है । अंत में एक मैसेज आता है -
Session expired. Please check your connection.
मैडम अपने हथियार डाल देती है । एक नजर आपके गरीबी लाचारी से पुते चेहरे पर डालती है और कहती है -
- सॉरी .....सर्वर में प्रोब्लम है ।
कहने का टोन ठीक वैसा ही होता है जैसे पुरानी फिल्मो में डोक्टर ओपरेशन थियेटर से बाहर आकर कहता था -
" सॉरी .....हमने बहुत कोशिश की पर ठाकुर साहब को नहीं बचा पाए "
(बनारस, 12 अक्टूबर 2017, शुक्रवार)
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